10 Lines About Swami Vivekananda in Hindi: स्वामी विवेकानंद के बारे में 10 लाइन! Write 10 Lines About Swami Vivekananda in Hindi
Swami Vivekananda (1863-1902) भारत के एक प्रसिद्ध धर्म और समाज कार्यकर्ता थे। वे हिन्दू धर्म के अनुयायी और श्री रामकृष्ण जी के अनुयायी थे। वे हिन्दू धर्म, उनकी पूजा-पाठ, सम्बन्धी संस्कृति और तथ्यों को प्रचार करने वाले एक महान व्यक्तित्व थे।
1893 में वे अमेरिकी समूह के लिए अपनी भाषणों के माध्यम से हिन्दू धर्म को विश्व में प्रचार करने लगे। उन्होंने विश्व में हिन्दू धर्म के बारे में बहुत कुछ समझाया और अन्य धर्मों के लोगों को हिन्दू धर्म और भारतीय संस्कृति के बारे में जानने को प्रोत्साहित किया।
यहां पर स्वामी विवेकानंद के बारे में 10 से भी ज्यादा लॉन्च लिखी गई है, जो बच्चों को हिंदी निबंध लिखने में काम आएगी.
Related Post to the स्वामी विवेकानंद के बारे में 10 लाइन | 10 Lines About Swami Vivekananda in Hindi:
- हॉकी के बारे में इंफॉर्मेशन | About Hockey in Hindi
- बेहेवियर पाइक्सोलॉजी | Behavior Psychology Facts in Hindi
- Pollution Ka Essay | प्रदूषण पर निबंध
स्वामी विवेकानंद के बारे में 10 लाइन | 10 Lines About Swami Vivekananda in Hindi
यहां पर 10 से भी ज्यादा लाइंस है स्वामी विवेकानंद के बारे में: Write 10 Lines About Swami Vivekananda in Hindi
- Swami Vivekananda 1863 में जन्मे थे।
- वे भारतीय धर्म और समाज के प्रसिद्ध कार्यकर्ता थे।
- वे हिन्दू धर्म के अनुयायी और श्री रामकृष्ण जी के अनुयायी थे।
- 1883 में, वे भारतीय विवेक आन्दोलन का अग्रणी सदस्य थे।
- स्वामी विवेकानंद भारत के प्रख्यात धर्म और दर्शन विद्वान थे।
- उन्होंने 1893 में अमेरिकी सम्मेलन में भारत की संस्कृति को पेश किया।
- उनके विचारों और उत्कथनों ने भारतीय विचारधारा को नया दिशा दिया।
- उन्होंने जीवन में सम्पूर्ण अमृत्य और स्वतंत्रता का अभिव्यक्ति किया।
- उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एवं धर्मों के बीच विविधताओं को मिलान करने के लिए काम किया।
- उनकी प्रेरणा और नेतृत्व ने बहुत से छात्रों और अनुयायींवर को प्रेरित किया।
- उन्होंने नेतृत्व करते हुए विद्यालयों और वैज्ञानिक संस
- स्वामी विवेकानंद भारत के प्रख्यात धर्म और दर्शन विद्वान थे।
स्वामी विवेकानंद के बारे में | Information About Swami Vivekananda in Hindi
स्वामी विवेकानंद भारत के प्रख्यात धर्म विद्वान और समाजवादी थे। उन्होंने 1893 में अमेरिकी सम्मेलन में भारत की संस्कृति को पेश किया और विश्व के विविध देशों में हिंदू धर्म और वेदान्त की प्रेरणा छोड़ी। उन्होंने जीवन में सम्पूर्ण अमृत्य और स्वतंत्रता का अभिव्यक्ति किया और हिंदू-मुस्लिम एवं धर्मों के बीच विविधताओं को मिलान करने के लिए काम किया। उनके विचारों और उत्कथनों ने भारतीय विचारधारा को नया दिशा दिया और बहुत से छात्रों और अनुयायींवर को प्रेरित किया।